अम्बेडकर नगर | स्थानीय रिपोर्ट
अम्बेडकर नगर और बस्ती को जोड़ने वाला टांडा–कलवारी पुल एक बार फिर आंशिक रूप से चालू हो गया है। पुल पर चार पहिया वाहनों का आवागमन बहाल कर दिया गया है, जिससे आमजन, व्यापारी और नौकरीपेशा लोगों को बड़ी राहत मिली है।
बताया जा रहा है कि पुल की मरम्मत का कार्य 12 सितंबर 2025 से चल रहा था, जिसके चलते इस मार्ग पर पूरी तरह से यातायात बंद कर दिया गया था। इसके कारण लोगों को बिढहर घाट मार्ग से होकर बस्ती और संत कबीर नगर जाना पड़ रहा था, जिससे दूरी करीब 80–85 किलोमीटर तक बढ़ जाती थी।
👉 13 दिसंबर की रात से टांडा–कलवारी पुल पर कार, जीप, ट्रैक्टर, ट्रॉली और पिकअप जैसे छोटे चार पहिया वाहनों के लिए रास्ता खोल दिया गया है। हालांकि, भारी वाहन और ट्रेलर फिलहाल प्रतिबंधित हैं, जिन्हें मरम्मत कार्य पूर्ण होने के बाद अनुमति दी जाएगी।
🚗 व्यापार और नौकरीपेशा लोगों को सीधा फायदा
यह पुल NH-233 को जोड़ता है और क्षेत्र का एक प्रमुख व्यापारिक मार्ग है।
- टांडा और अम्बेडकर नगर से बड़ी संख्या में लोग बस्ती में नौकरी करते हैं
- बस्ती से हजारों कर्मचारी अम्बेडकर नगर आते-जाते हैं
- महात्मा गोविंद साहब मेले में जाने वाले श्रद्धालुओं को भी अब सुविधा मिलेगी
आवागमन बहाल होने से समय और ईंधन दोनों की बचत होगी, जिससे आम लोगों पर आर्थिक बोझ भी कम पड़ेगा।
🛠️ मरम्मत कार्य अंतिम चरण में
करीब 2200 मीटर लंबे इस पुल की मरम्मत का कार्य अब अंतिम चरण में है। अधिकारियों के अनुसार, कार्य पूरा होते ही भारी वाहनों के लिए भी मार्ग खोल दिया जाएगा। फिलहाल दोपहिया वाहनों का आवागमन पहले की तरह जारी है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि पुल खुलने से दैनिक जीवन काफी आसान हो गया है और लंबे समय से चली आ रही परेशानी से राहत मिली है।
