अंबेडकरनगर में समाजवादी पार्टी के संगठन को लेकर चल रही चर्चाओं पर पार्टी नेताओं ने साफ शब्दों में स्थिति स्पष्ट की है। समाजवादी पार्टी के स्थानीय नेताओं का कहना है कि जिले में पार्टी पूरी तरह एकजुट है और किसी भी विधायक, सांसद या वरिष्ठ नेता के दल छोड़ने की खबरें पूरी तरह अफवाह हैं।
एक सार्वजनिक चर्चा के दौरान समाजवादी पार्टी के नेता ने कहा कि यह अफवाहें जानबूझकर विपक्षी दलों, खासकर भारतीय जनता पार्टी से जुड़े लोगों द्वारा फैलाई जा रही हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि समाजवादी पार्टी का हर कार्यकर्ता, चाहे वह बूथ स्तर का हो या वरिष्ठ नेता, पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के नेतृत्व में पूरी मजबूती के साथ एकजुट है।
नेता ने कहा कि अंबेडकरनगर जिले के सभी विधायक, सांसद, पूर्व सांसद और वरिष्ठ नेता पूरी निष्ठा के साथ पार्टी के साथ खड़े हैं। किसी भी जनप्रतिनिधि के पार्टी छोड़ने की बात पूरी तरह निराधार है। उन्होंने आरोप लगाया कि यह चर्चा हर छह महीने में जानबूझकर शुरू की जाती है, ताकि संगठन को कमजोर दिखाया जा सके।
बूथ स्तर तक मजबूत है सपा का संगठन
उन्होंने बताया कि हाल ही में हुए एसआईआर (विशेष गहन पुनरीक्षण) अभियान के दौरान समाजवादी पार्टी ने पूरे जिले में संगठित रूप से काम किया। बूथ लेवल से लेकर जिला स्तर तक पार्टी के सभी कार्यकर्ताओं ने मिलकर मतदाताओं से संपर्क किया और किसी भी मतदाता का नाम सूची से गलत तरीके से हटने नहीं दिया।
नेताओं ने यह भी कहा कि बिहार में मतदाता पुनरीक्षण के दौरान हुई कथित गड़बड़ियों को ध्यान में रखते हुए अंबेडकरनगर में विशेष सतर्कता बरती गई। इसी का नतीजा है कि पार्टी का वोट बैंक पूरी तरह सुरक्षित है।
जलालपुर क्षेत्र में संगठनात्मक काम की सराहना
जलालपुर विधानसभा क्षेत्र का उल्लेख करते हुए नेताओं ने कहा कि वहां संगठनात्मक स्तर पर लगातार बेहतर काम हो रहा है। स्थानीय विधायक और पार्टी पदाधिकारियों ने जमीनी स्तर पर जनता के बीच सक्रियता बढ़ाई है, जिससे पार्टी की स्थिति मजबूत हुई है।
भाजपा सरकार पर गंभीर आरोप
समाजवादी पार्टी के नेताओं ने भारतीय जनता पार्टी की सरकार पर कानून व्यवस्था को लेकर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि प्रदेश में अपराध, भ्रष्टाचार और अवैध गतिविधियां लगातार बढ़ रही हैं। नकली दवाओं का कारोबार, अवैध शराब और माफिया गतिविधियों पर सरकार की कथित चुप्पी को लेकर भी उन्होंने नाराजगी जताई।
नेताओं का आरोप है कि वर्तमान सरकार केवल नाम बदलने और दिखावटी फैसलों में व्यस्त है, जबकि जमीनी समस्याओं पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं हो रही है। कानून व्यवस्था की स्थिति दिन-प्रतिदिन बिगड़ती जा रही है, जिसका खामियाजा आम जनता को भुगतना पड़ रहा है।
ठट्टा गांव की घटना का जिक्र
ठट्टा गांव की हालिया घटना का उल्लेख करते हुए सपा नेताओं ने कहा कि एक निर्दोष युवक को शक के आधार पर परेशान किया गया, जिससे वह मानसिक दबाव में आ गया। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिसिया दबाव और कथित अवैध वसूली के कारण युवक ने आत्मघाती कदम उठाया। पार्टी ने इस मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है।
2027 विधानसभा चुनाव को लेकर दावा
समाजवादी पार्टी नेताओं ने दावा किया कि पार्टी 2027 के विधानसभा चुनाव के लिए पूरी तरह तैयार है। मजबूत संगठन, जमीनी कार्यकर्ताओं की सक्रियता और जनता के मुद्दों को लेकर संघर्ष के बल पर समाजवादी पार्टी आगामी चुनाव में पूर्ण बहुमत हासिल करेगी।
