अम्बेडकरनगर। जिले के महरुआ थाना क्षेत्र अंतर्गत नसीरपुर माथानी गांव की दलित बस्ती में दबंगों द्वारा कथित मारपीट और जान से मारने की धमकी के मामले में कार्रवाई न होने से नाराज़ ग्रामीणों ने पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंपा। ग्रामीणों का आरोप है कि शिकायत के बावजूद महरुआ थाना पुलिस ने अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की है।
ग्रामीणों ने भीम आर्मी के जिला अध्यक्ष धर्मवीर विद्यार्थी के नेतृत्व में एसपी कार्यालय पहुंचकर पूरे मामले की निष्पक्ष जांच, एफआईआर दर्ज कराने और पीड़ित परिवार को सुरक्षा उपलब्ध कराने की मांग की।
सर्कस कार्यक्रम के दौरान हुआ विवाद
ज्ञापन के अनुसार, 14 दिसंबर को गांव में आयोजित सर्कस कार्यक्रम के दौरान बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद थे। इसी दौरान गांव के एक व्यक्ति पर अपने साथियों के साथ पहुंचकर लोगों से अभद्रता करने, मारपीट करने और असलहे का भय दिखाकर जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगाया गया है। इस घटना में कुछ ग्रामीणों के गंभीर रूप से घायल होने की बात भी कही गई है।
पुलिस पर कार्रवाई न करने का आरोप
ग्रामीणों का कहना है कि घटना की लिखित शिकायत महरुआ थाने में दी गई थी, लेकिन अब तक न तो एफआईआर दर्ज की गई और न ही आरोपियों के खिलाफ कोई कार्रवाई हुई। आरोप है कि पुलिस द्वारा सिर्फ आश्वासन देकर मामले को टाल दिया गया।
“कहीं न कहीं दबाव में काम कर रही पुलिस” – भीम आर्मी
इस दौरान भीम आर्मी से जुड़े नेताओं ने आरोप लगाया कि पुलिस पर राजनीतिक या प्रशासनिक दबाव के चलते कार्रवाई नहीं की जा रही है। उन्होंने आशंका जताई कि यदि समय रहते कार्रवाई नहीं हुई तो कोई बड़ी अप्रिय घटना हो सकती है।
सख्त कार्रवाई और सुरक्षा की मांग
ज्ञापन में मांग की गई है कि पूरे मामले को संज्ञान में लेकर एससी/एसटी एक्ट और गैंगस्टर एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया जाए, आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जाए और पीड़ित परिवार को तत्काल सुरक्षा प्रदान की जाए। साथ ही संबंधित थाना प्रभारी के खिलाफ भी कार्रवाई की मांग उठाई गई है।
ग्रामीणों और संगठनों ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द न्याय नहीं मिला तो वे आंदोलन करने को मजबूर होंगे।
