अंबेडकरनगर। अहिरोला थाना क्षेत्र के हांसापुर खुर्द गांव के 21 वर्षीय युवक राजकमल यादव की हत्या के बाद पूरे इलाके में मातम का माहौल है। एक करोड़ रुपये के जमीन लेनदेन विवाद ने एक मां की गोद सूनी कर दी। पूरे गांव में सन्नाटा पसरा है और हर आंख नम है।
गुरुवार रात मृतक की मां तारा देवी की तहरीर पर पुलिस ने अहिरोला निवासी काली प्रसाद जैसवाल, हांसापुर निवासी राम सिंह उर्फ बड़े टिल्लू, अवनीश यादव और पंकज गिरी के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया है। घटना के बाद से सभी आरोपी फरार हैं।
एसपी अभिजीत आर. शंकर के निर्देश पर एडिशनल एसपी श्यामदेव के नेतृत्व में तीन टीमों को आरोपियों की तलाश में लगाया गया है।
मां बोलीं — बेटे ने कहा था, जान से मार देंगे
रोते हुए मां तारा देवी ने बताया कि उनका बेटा ईमानदारी से कारोबार करता था। कुछ दिन पहले काली और टिल्लू ने एक करोड़ रुपये की मांग की थी और धमकी दी थी कि रकम न दी तो जान से मार देंगे।
राजकमल ने यह बात फोन पर मां को बताई थी, लेकिन किसी को अंदाजा नहीं था कि यह उसकी आखिरी बात होगी।
जैतपुर तिघरा गांव में की गई हत्या
आरोप है कि काली और टिल्लू ने ही अवनीश और पंकज से राजकमल को बुलवाया, और अहिरोला बाईपास की चाय की दुकान से साथ लेकर निकले। इसके बाद जैतपुर के तिघरा गांव में उसकी हत्या कर दी गई।
शव पहुंचते ही मचा कोहराम
पोस्टमार्टम के बाद शुक्रवार शाम जब शव घर पहुंचा, तो मां तारा देवी दहाड़ें मारकर गिर पड़ीं। बहनों का रो-रोकर बुरा हाल था। गांव का माहौल गमगीन था — कोई चुपचाप सिसक रहा था तो कोई उन्हें संभालने की कोशिश कर रहा था।
राजकमल घर का सबसे छोटा बेटा था। पिता रामजी यादव की 2012 में मौत के बाद मां तारा देवी ने संघर्ष कर बच्चों को पाला-पोसा था। अब वे एक निजी विद्यालय में शिक्षिका हैं।
पुलिस की छापेमारी जारी
पुलिस की तीन टीमें आरोपियों के ठिकानों पर लगातार दबिश दे रही हैं, लेकिन अब तक कोई गिरफ्तारी नहीं हो सकी है।
मां की आंखों में अब बस एक ही सवाल है — “मुझे न्याय कब मिलेगा?”
दुष्यंत कुमार, ब्यूरो रिपोर्ट — अंबेडकरनगर पोस्ट।


