अंबेडकरनगर जिले में सड़क हादसे अब एक गंभीर सामाजिक समस्या बनते जा रहे हैं। वर्ष 2025 में राष्ट्रीय राजमार्गों पर हुए हादसों के आंकड़े चौंकाने वाले हैं। जिले में अब तक 500 से अधिक लोगों की असमय मौत सड़क दुर्घटनाओं में हो चुकी है। इनमें सबसे अधिक हादसे राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 233 (NH-233) पर दर्ज किए गए हैं।
स्थानीय लोगों के अनुसार NH-233 पर तेज रफ्तार, अवैध कट और यातायात नियमों की अनदेखी हादसों की सबसे बड़ी वजह बन रही है। आए दिन किसी न किसी स्थान पर दुर्घटना की खबर सामने आती है, जिसमें कई परिवार उजड़ जाते हैं।
अवैध कट बने हादसों की बड़ी वजह
जिले के कई राष्ट्रीय व राज्य राजमार्गों पर अवैध कट बना दिए गए हैं, जिनका इस्तेमाल लोग एक लेन से दूसरी लेन जाने के लिए करते हैं। ये कट बिना किसी सुरक्षा व्यवस्था के बनाए गए हैं, जिससे तेज गति से आ रहे वाहनों के सामने अचानक बाइक, कार या पैदल यात्री आ जाते हैं और हादसा हो जाता है।
विशेषज्ञों का मानना है कि हाईवे पर वाहन की स्पीड अधिक होती है, ऐसे में अवैध कट पार करना जानलेवा साबित हो सकता है।
जिलाधिकारी ने खुद संभाली कमान
सड़क हादसों की बढ़ती संख्या को देखते हुए जिलाधिकारी अनुपम शुक्ला ने इस मामले को गंभीरता से लिया है। उन्होंने पुलिस अधीक्षक के साथ जिले के विभिन्न स्थानों का निरीक्षण किया और अवैध कट को तत्काल बंद कराने के निर्देश दिए हैं।
प्रशासन का कहना है कि इन कटों को बंद करने से दुर्घटनाओं में काफी हद तक कमी लाई जा सकती है। साथ ही ट्रैफिक नियमों का सख्ती से पालन कराने की भी योजना बनाई जा रही है।
हादसों के पीछे कोहरा और तेज रफ्तार
इन दिनों घना कोहरा भी हादसों का एक बड़ा कारण बन रहा है। दृश्यता कम होने के कारण वाहन चालक सामने से आ रहे वाहन या राहगीर को समय पर नहीं देख पाते। इसके अलावा हाईवे पर तेज रफ्तार भी जानलेवा साबित हो रही है।
प्रशासन की अपील: इन नियमों का करें पालन
प्रशासन ने आम लोगों से अपील की है कि सड़क पर चलते समय निम्नलिखित नियमों का अनिवार्य रूप से पालन करें—
- दोपहिया वाहन चलाते समय हेलमेट जरूर पहनें
- चार पहिया वाहन में सीट बेल्ट का उपयोग करें
- अवैध कट से सड़क पार न करें
- लेन बदलने के लिए केवल निर्धारित रास्तों का ही प्रयोग करें
- कोहरे में डिपर और हेडलाइट जलाकर नियंत्रित गति से वाहन चलाएं
सावधानी ही सुरक्षा
अंबेडकरनगर में बढ़ते सड़क हादसे यह साफ संकेत दे रहे हैं कि अब लापरवाही की कोई जगह नहीं बची है। प्रशासन की कार्रवाई के साथ-साथ आम नागरिकों की जिम्मेदारी भी उतनी ही अहम है। थोड़ी सी सावधानी न केवल आपकी बल्कि दूसरों की जिंदगी भी बचा सकती है।
यदि यातायात नियमों का ईमानदारी से पालन किया जाए और अवैध कट पूरी तरह बंद कर दिए जाएं, तो निश्चित रूप से जिले में सड़क हादसों की संख्या में कमी लाई जा सकती है।
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