अंबेडकरनगर जिले के आलापुर विधानसभा क्षेत्र के हजारों लोगों के लिए रोज़मर्रा की परेशानी बन चुकी हंसवर–आरोपुर सड़क अब जल्द बदलने वाली है। लंबे समय से जर्जर हालत, भारी वाहनों के दबाव और दुर्घटनाओं की आशंका झेल रहे इस मार्ग के चौड़ीकरण व सुदृढ़ीकरण के लिए 16 करोड़ 93 लाख रुपये की परियोजना को स्वीकृति मिल चुकी है। स्थानीय स्तर पर इसे सुरक्षित यातायात और विकास की दिशा में एक अहम कदम माना जा रहा है।
क्यों जरूरी था हंसवर–आरोपुर मार्ग का चौड़ीकरण
यह मार्ग टांडॉ से हंसवर–कटोखर होते हुए आरोपुर तक जाता है और रोज़ाना बड़ी संख्या में ग्रामीण, छात्र, व्यापारी और कर्मचारी इसी रास्ते से आवागमन करते हैं। सड़क की खराब स्थिति के कारण समय की बर्बादी, वाहन क्षति और दुर्घटनाओं का जोखिम बना रहता था। बरसात के दिनों में गड्ढों और कीचड़ से हालात और बिगड़ जाते थे। स्थानीय लोगों का कहना है कि इस सड़क की हालत वर्षों से चिंता का विषय रही है।
प्रति किलोमीटर 241.92 लाख की लागत, PWD करेगा निर्माण
स्वीकृत परियोजना के तहत सड़क का चौड़ीकरण और मजबूतीकरण 241.92 लाख रुपये प्रति किलोमीटर की लागत से किया जाएगा। यह प्रस्ताव एमएलसी डॉ. हरिओम पांडेय द्वारा रखा गया था, जिसे व्यय एवं वित्त समिति ने मंजूरी दी। मंजूरी के बाद लोक निर्माण विभाग (PWD) ने निर्माण से जुड़ी प्रक्रियाएं शुरू कर दी हैं, जिससे जल्द ही ज़मीनी कामकाज शुरू होने की उम्मीद है।
पहले चरण में 15 किमी का काम हो चुका पूरा
गौरतलब है कि पहले चरण में टांडॉ से हंसवर तक करीब 15 किलोमीटर लंबाई में और 7 मीटर चौड़ाई में सड़क का चौड़ीकरण व सुदृढ़ीकरण कार्य पहले ही पूरा किया जा चुका है। इससे उस हिस्से में यातायात बेहतर हुआ है। हालांकि, बसखारी से मेंहदीघाट मार्ग और बसखारी–जहांगीरगंज–राजेसुल्तानपुर मार्ग को जोड़ने वाला हिस्सा अधूरा था। नई परियोजना के तहत इसी अधूरे हिस्से को पूरा कर पूरे कॉरिडोर को सुदृढ़ किया जाएगा।
बालू खनन से बढ़ा दबाव, नई सड़क से मिलेगी राहत
मेंहदीघाट क्षेत्र में बालू खनन के कारण भारी ट्रकों की आवाजाही लगातार बनी रहती है। इससे सड़क की सतह तेजी से खराब हुई और जाम की स्थिति भी आम हो गई। नई परियोजना के पूरा होने के बाद सड़क की मजबूती बढ़ेगी, जिससे भारी वाहनों का दबाव झेलने में मदद मिलेगी और सामान्य यातायात भी सुचारु रहेगा।
दर्जनों गांवों को सीधा फायदा
हंसवर–आरोपुर मार्ग के चौड़ीकरण से तहसील आलापुर, बिड़हर, टांडॉ, आजमगढ़ और संतकबीरनगर की ओर जाने वाले लोगों को बड़ी राहत मिलेगी। इसके साथ ही कटोखर, मूसेपुर कला, हंसवर, हिसामुद्दीनपुर पिपरा, समुदा, मकरही, भदया, आरोपुर, इंदईपुर, गोहिल्ला, रामनगर, बसखारी और जहांगीरगंज सहित दर्जनों गांव सीधे तौर पर लाभान्वित होंगे। स्कूल, अस्पताल, बाजार और सरकारी दफ्तरों तक पहुंच आसान होगी।
क्षेत्रीय कनेक्टिविटी और अर्थव्यवस्था को बल
यह मार्ग केवल स्थानीय नहीं, बल्कि क्षेत्रीय कनेक्टिविटी के लिहाज से भी महत्वपूर्ण है। इसके बेहतर होने से बस्ती, संतकबीरनगर, गोरखपुर, महराजगंज, अयोध्या, आजमगढ़, सुलतानपुर और जौनपुर जैसे जिलों के बीच आवागमन सुगम होगा। व्यापारियों को माल ढुलाई में सहूलियत मिलेगी, कृषि उत्पाद समय पर बाजार पहुंचेंगे और आपात सेवाओं की पहुंच भी तेज़ होगी।
स्थानीय उम्मीदें और विकास की दिशा
स्थानीय लोगों का मानना है कि इस परियोजना से वर्षों पुरानी समस्या का समाधान होगा। “सड़क मजबूत होगी तो दुर्घटनाएं कम होंगी और समय की बचत होगी,” ऐसा कहना है क्षेत्रवासियों का। बेहतर सड़कें अक्सर नए व्यापार, रोजगार और निवेश के रास्ते खोलती हैं—इसी उम्मीद के साथ लोग इस परियोजना को देख रहे हैं।
आगे की राह
कुल मिलाकर, हंसवर–आरोपुर मार्ग चौड़ीकरण परियोजना अंबेडकरनगर जिले के लिए एक महत्वपूर्ण विकास कदम है। 16.93 करोड़ रुपये की यह योजना यदि तय समय और गुणवत्ता के साथ पूरी होती है, तो आने वाले वर्षों में यह मार्ग सुविधा, सुरक्षा और प्रगति का भरोसेमंद रास्ता बनेगा। अब सभी की निगाहें निर्माण की गति और गुणवत्ता पर टिकी हैं, ताकि इस स्वीकृति का लाभ ज़मीन पर साफ़ दिखाई दे।
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