अंबेडकरनगर, 5 नवंबर।
पर्यावरण संरक्षण और स्वच्छ वायु के संकल्प के साथ अंबेडकरनगर जिले में “पराली नहीं जलाएंगे, प्रदूषण से मुक्ति पाएंगे” अभियान के तहत आयोजित मैराथन का दूसरा चरण आज टांडा में संपन्न हुआ।
पूर्व सांसद रितेश पांडे के नेतृत्व में आयोजित इस कार्यक्रम में 2000 से अधिक युवाओं और बच्चों ने भाग लेकर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया।
मैराथन में शामिल युवाओं ने नारे लगाकर लोगों से पराली न जलाने की अपील की और स्वच्छ हवा व स्वस्थ जीवन का संकल्प लिया। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में स्थानीय नागरिकों ने भी प्रतिभागियों का फूल-मालाओं से स्वागत किया।
पूर्व सांसद रितेश पांडे ने कहा,
“अंबेडकरनगर के युवा हर विषय में जागरूक हैं। पराली न जलाने का यह संदेश पूरे समाज तक पहुंच रहा है। हर प्रतिभागी आज यह संकल्प लेकर अपने घर लौट रहा है कि वह अपने परिवार और गांव के किसानों को जागरूक करेगा और पराली न जलाने के लिए प्रेरित करेगा।”
— पूर्व सांसद रितेश पांडे
कार्यक्रम में जिला पंचायत अध्यक्ष श्यामसुंदर ‘साधु’ वर्मा ने कहा,
“मैं पूर्व सांसद रितेश पांडे जी का आभार व्यक्त करता हूं, जिन्होंने युवाओं को पर्यावरण के प्रति संवेदनशील बनाने का कार्य किया है। यह अभियान न केवल युवाओं को दिशा दे रहा है, बल्कि प्रदूषण मुक्त समाज की ओर कदम बढ़ा रहा है।”
उन्होंने आगे कहा कि इस अभियान से दो प्रमुख लाभ होंगे —
- युवा अपने भविष्य की योजनाओं में आगे बढ़ने की प्रेरणा पाएंगे।
- पराली न जलाने का संदेश पूरे क्षेत्र में फैलाकर पर्यावरण को स्वच्छ बनाएंगे।
इस अवसर पर ब्लॉक प्रमुख संजय सिंह, गौरव सिंह, नरेंद्र मोहर, राकेश सिंह सहित कई जनप्रतिनिधि और सामाजिक कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
ब्लॉक प्रमुख गौरव सिंह ने कहा,
“आज टांडा में दूसरे चरण में 2000 से अधिक छात्रों और बालिकाओं ने प्रतिभाग किया। यह देखकर खुशी होती है कि बच्चे स्वयं आगे बढ़कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दे रहे हैं। पूरे कस्बे के लोग सड़कों पर उतरकर प्रतिभागियों का उत्साहवर्धन कर रहे थे।”
पिछले वर्ष की तुलना में इस बार प्रतिभागियों में अधिक उत्साह देखा गया। बड़ी संख्या में लोग इस मुहिम का हिस्सा बने और स्वच्छ वातावरण के लिए जागरूकता फैलाई।
अभियान के तहत अब तीसरा चरण कटेहरी और गोसाईगंज में आयोजित होगा, जबकि फाइनल राउंड 14 नवंबर को अकबरपुर में संपन्न होगा, जिसमें हजारों की संख्या में छात्र-छात्राएँ भाग लेंगे।
कार्यक्रम के अंत में प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र वितरित किए गए और “पराली नहीं जलाएंगे, प्रदूषण से मुक्ति पाएंगे” का संकल्प दिलाया गया।
इस आयोजन ने न केवल युवाओं को पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया, बल्कि जिले भर में स्वच्छता और हरियाली के प्रति नई चेतना भी जगाई।



